मुकम्मल इश्क किस्सो और कहानियों का फर्जी हिस्सा है।
असल में तो दाल रोटी का सारा किस्सा है।
पेट की आग जब भङकती है सरेआम नीलाम होता है
बिकता है जिस्म नुमाईशो में जब लालच से नाकाम होता है
खाकर ठोकरे जमाने की जब खुद को ठगा पाता है
तो ये लफ्ज़ अंधेरे में दफन मिलता है
@Maya