मुझे उदास देखकर तुम न उदास हो जाना, मैं रूठ जाऊँ कभी तो न तुम रूठ जाना |
ये रूठना मनाना तो दस्तूर है मोहब्बत का, कहीं इस दस्तूर को न भूल जाना|
कभी जो याद मे हमारी बह जाये बूँद बन के, बहने देना इनको बरस बरस के |
कहीं सूख न जाये ये तरस तरस के ,आंख से वो आंसू न तुम पी जाना |
रस्ते है जुदा तो क्या हुआ ,यूँ ही मिल जायेंगे हम साथ चलते चलते, कहीं घबरा के न साथ छोड़ जाना|
मर जायेंगे हम इंतज़ार करते करते, कर के वादा आने का कहीं न भूल जाना|
@Maya
That’s so nice… bahut hi sundar rachna… 🙂
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Thanks 🙏
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